हिमाचल पंचवटी योजना 2020
बड़े शहरों में पार्क होना तो आम बात है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में पार्क का चलन ही नहीं है. न ही सरकार इस ओर ध्यान देती है, न ही लोग इसके बारे में सरकार से मुहीम करते है. पार्क ऐसी जगह है, जहाँ बड़े बुजुर्ग आराम से बैठ सकते है, टहल सकते है, व्यायाम, योग जैसी चीज भी आराम से कर सकते है. ग्रामीण क्षेत्र में बड़े बुजुर्ग के लिए ऐसे कोई भी मनोरंजन का स्थान नहीं होता है. इस बात को ध्यान रखते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पंचवटी योजना की शुरुवात की है. योजना में क्या है खास, कैसे काम करेगी, ये सभी जानकारी आपको आर्टिकल में मिलेगी.

पंचवटी योजना क्या है ?
- पंचवटी योजना में ग्रामीण विकास खंड में पार्क और बगीचे बनाये जायेंगें, जो मुख्यरूप से गाँव के वरिष्ठ नागरिकों के लिए होंगें.
- इन पार्क-बगीचे का निर्माण मनरेगा के तहत किया जायेगा, ताकि गाँव में लोगों को रोजगार भी मिल सके.
- स्वच्छ भारत मिशन के तहत इसका निर्माण मनरेगा द्वारा होगा, जिसमें सरकार ने घोषणा की है कि वरिष्ठ की जरूरतों को देखते हुए इसका निर्माण 1 बीघा समतल भूमि में होगा.
- योजना के तहत बनाये जा रहे पार्क में वरिष्ठ नागरिक की सारी सुख सुविधाओं को ध्यान में रखकर निर्माण होगा. जहाँ वे आराम से टहलने के साथ बैठ भी सकेंगें.
- मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने योजना को लांच करने के साथ बताया कि योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग नागरिकों को मनोरंजन के साथ-साथ बाग़-बगीचे की सुविधा देना भी है.
- हिमाचल सरकार ने योजना के तहत बजट टी कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा है कि एक पार्क बनने में लगभग 5-10 लाख का खर्चा आएगा.
- पार्क में पैदल चलने के लिए अलग से मार्ग, बैठने के लिए बेंच और मनोरंजन के लिए तरह-तरह के उपकरण होंगें.
पार्क में होंगे औषधि पौधे –
सरकार ने बताया कि पार्क या बगीचे में औषधीय पौधे लगेंगें, ताकि इनका स्वास्थ्य लाभ भी लोगों को मिल सके. पंचवटी योजना के पहले चरण में लगभग 100 पार्क पुरे प्रदेश के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्र में बनाये जायेंगें.
योजना को विडियो कांफ्रेंस द्वारा अलग-अलग ग्रामीण विकास खंड के प्रभारी के साथ जुड़ कर शुरू किया गया. अभी पहले चरण में 11 विकास खंड का चयन कर काम शुरू किया गया है, आगे चलकर ये अन्य क्षेत्र में भी शुरू होगा.
कोरोनावायरस महामारी ने सभी सरकारों की सोच को बदल दिया है, अब ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. हिमाचल की लगभग 90 % जनता गाँव में रहती है, जिससे यहाँ के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.